नव नूतन वर्ष का यह पहला दिन मैं अपनी प्रीत के नाम करता हूँ ! नव नूतन वर्ष का यह पहला दिन मैं अपनी प्रीत के नाम करता हूँ !
वह पहला प्यार ही है जो हमें बार बार रुलाता है। वह पहला प्यार ही है जो हमें बार बार रुलाता है।
पहला पहला दिन था और आँख लड़ गयी। मै सुन्न खड़ा रहा वो आगे बढ़ गयी। पहला पहला दिन था और आँख लड़ गयी। मै सुन्न खड़ा रहा वो आगे बढ़ गयी।
जिसमें तुम पूरे थे और मैं अधूरा। जिसमें तुम पूरे थे और मैं अधूरा।
जुदा होने पर आँखें छलके, मिल न पाए दो दिल साथ चल के जुदा होने पर आँखें छलके, मिल न पाए दो दिल साथ चल के
वह आपका पहला गद्दार है। वह आपका पहला गद्दार है।